वर्ष 2007 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अनुमान लगाया कि दुनिया भर में 1.3 मिलियन लोग टीबी से मर गए। 2018 तक, यह संख्या घटकर 10.0 लाख हो गई है, फिर भी टीबी दुनिया भर में बीमारी और मृत्यु का एक प्रमुख कारण बना हुआ है।
टीबी एक जीवाणु संक्रमण है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होता है। यह आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है, जैसे कि मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, गुर्दे और हृदय।
टीबी हवा के माध्यम से फैलता है। जब कोई टीबी से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है, तो वह हवा में छोटी बूंदों को छोड़ता है जिसमें टीबी बैक्टीरिया होते हैं। इन बूंदों को स्वस्थ व्यक्ति द्वारा श्वास लिया जा सकता है, जिससे वे संक्रमित हो सकते हैं।
टीबी के लक्षणों में खांसी, बुखार, रात में पसीना आना, वजन कम होना और थकान शामिल हैं। टीबी का निदान छाती के एक्स-रे और थूक के नमूने की जांच करके किया जा सकता है।
टीबी का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है। टीबी का इलाज लंबा और मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह संभव है। टीबी के इलाज के लिए कई अलग-अलग दवाएं उपलब्ध हैं, और डॉक्टर यह तय करेंगे कि आपके लिए कौन सी दवा सबसे अच्छी है।
टीबी को रोकने के लिए सबसे अच्छा तरीका है टीकाकरण। टीबी का टीका, जिसे बीसीजी टीका कहा जाता है, बच्चों और वयस्कों दोनों को टीबी से बचाने में प्रभावी है। टीबी के टीके को दुनिया भर के कई देशों में बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन यह इलाज योग्य है। टीबी से होने वाली मौतों को रोकने के लिए टीकाकरण और शीघ्र निदान और उपचार महत्वपूर्ण हैं।